
देहरादून, [आज की तारीख]: सोशल मीडिया पर इन दिनों ‘पानी में हल्दी’ (Turmeric in Water) ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहा है। लोग मोबाइल की फ्लैशलाइट के ऊपर पानी का गिलास रखकर, उसमें एक चम्मच हल्दी डालकर रोशनी के बदलते रंग को देखकर खुश हो रहे हैं। यह एक साधारण वैज्ञानिक प्रयोग है जो प्रकाश के प्रकीर्णन (scattering of light) और हल्दी के गुणों के कारण होता है। हालांकि, ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के अनुसार, यह देखने में भले ही आकर्षक लगे, पर इसके कुछ नकारात्मक ज्योतिषीय प्रभाव भी हो सकते हैं, खासकर जब इसे गलत तरीके से किया जाए या मनोरंजन मात्र के लिए इस्तेमाल किया जाए।https://kainchinews.in/why-khan-sir-says-life-becomes-uttarakhand-after-marriage/
ज्योतिष में हल्दी का महत्व
भारतीय संस्कृति और ज्योतिष में हल्दी का विशेष स्थान है। इसे अत्यंत पवित्र, शुभ और औषधीय माना जाता है। हल्दी को गुरु ग्रह (बृहस्पति) से संबंधित माना जाता है, जो ज्ञान, समृद्धि, विवाह, संतान और भाग्य का कारक है। पूजा-पाठ, विवाह समारोहों और अन्य शुभ कार्यों में हल्दी का प्रयोग अनिवार्य रूप से किया जाता है। माना जाता है कि हल्दी के प्रयोग से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता आती है।

‘हल्दी ट्रेंड’ और ज्योतिषीय चिंताएं
ज्योतिषियों का मानना है कि वायरल हो रहे इस ‘हल्दी ट्रेंड’ में कुछ ऐसी बातें हैं जो ज्योतिषीय दृष्टिकोण से उचित नहीं मानी जातीं:
- हल्दी का अपमान: ज्योतिष शास्त्र में हल्दी को देव तुल्य माना जाता है। इसे महज एक खेल या मनोरंजन के रूप में पानी में डालकर फ्लैशलाइट पर दिखाना, कुछ ज्योतिषियों के अनुसार हल्दी का अपमान हो सकता है। यह गुरु ग्रह के प्रति अनादर का भाव पैदा कर सकता है।
- ऊर्जा का गलत उपयोग: हल्दी में एक विशेष प्रकार की सकारात्मक ऊर्जा होती है। जब इसे पूजा-पाठ या किसी शुभ कार्य के लिए उपयोग किया जाता है, तो इसकी ऊर्जा सही दिशा में प्रवाहित होती है। लेकिन, जब इसे केवल मनोरंजन के लिए अंधेरे में फ्लैशलाइट पर रखा जाता है, तो यह ऊर्जा व्यर्थ या नकारात्मक तरीके से प्रभावित हो सकती है।
- अंधेरे और नकारात्मकता का संबंध: यह ट्रेंड अक्सर अंधेरे कमरे में किया जाता है। ज्योतिष में अंधेरे को नकारात्मक ऊर्जा से जोड़कर देखा जाता है। शुभ और पवित्र वस्तुओं का उपयोग आमतौर पर प्रकाश और सकारात्मक वातावरण में किया जाता है। अंधेरे में हल्दी का प्रयोग गुरु ग्रह की शुभता को कम कर सकता है।
- गुरु ग्रह पर संभावित नकारात्मक प्रभाव: गुरु ग्रह ज्ञान, भाग्य और समृद्धि का प्रतीक है। यदि व्यक्ति बिना किसी धार्मिक भावना या उचित अनुष्ठान के हल्दी का ऐसा प्रयोग करता है, तो यह गुरु ग्रह को कमजोर कर सकता है या उसके अशुभ प्रभावों को बढ़ा सकता है। इसके परिणामस्वरूप व्यक्ति को शिक्षा, धन, विवाह या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
- सामग्री का दुरुपयोग: ज्योतिष में किसी भी पवित्र सामग्री का दुरुपयोग वर्जित माना गया है। हल्दी जैसी पवित्र वस्तु का उपयोग केवल ‘देखने’ और ‘मजे’ लेने के लिए करना, उस वस्तु की पवित्रता और उसके पीछे के आध्यात्मिक महत्व को कम करता है।
क्या करें और क्या न करें?

ज्योतिषियों का सुझाव है कि व्यक्ति को पवित्र वस्तुओं के प्रति सम्मान का भाव रखना चाहिए। यदि आप हल्दी का प्रयोग करना चाहते हैं, तो उसे उसके पारंपरिक और धार्मिक महत्व के अनुसार ही करें, जैसे:
- पूजा में: देवी-देवताओं को अर्पित करें।
- स्वास्थ्य के लिए: औषधीय रूप में उपयोग करें।
- शुभ कार्यों में: विवाह या अन्य मांगलिक कार्यों में प्रयोग करें।
यह वैज्ञानिक प्रयोग के रूप में भले ही दिलचस्प हो, लेकिन ज्योतिषीय दृष्टिकोण से इसे दोहराने से पहले इसके संभावित प्रभावों पर विचार करना महत्वपूर्ण है। अंधविश्वास से बचना चाहिए, लेकिन साथ ही अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करना भी आवश्यक है।