
हिसार, हरियाणा: हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) में पिछले 16 दिनों से चल रहा छात्र आंदोलन बुधवार को समाप्त हो गया, जब मुख्यमंत्री द्वारा गठित कमेटी और आंदोलनरत छात्रों के बीच सभी प्रमुख मुद्दों पर सहमति बन गई। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने छात्रों से फोन पर बात कर उनकी सभी मांगों को मानने का आश्वासन दिया, जिसके बाद विद्यार्थियों ने अपना धरना समाप्त करने का निर्णय लिया, हालांकि उन्होंने लिखित आदेश मिलने तक प्रतीकात्मक रूप से धरना जारी रखने की बात कही है।
प्रमुख मांगों पर बनी सहमति:
छात्रों के प्रतिनिधिमंडल और हिसार एसडीएम ज्योति मित्तल के बीच पीडब्ल्यूडी विश्राम गृह में हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति बनी। मुख्य मांगें और उन पर बनी सहमति इस प्रकार है:
- कुलपति को अवकाश और जांच: विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बलदेव राज कांबोज को छह महीने की छुट्टी पर भेजा जाएगा। साथ ही, पूरे मामले की जांच एक रिटायर्ड जज की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय कमेटी द्वारा की जाएगी।
- अधिकारियों का निलंबन/हटाना: रजिस्ट्रार, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर (DSW), और चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर को तत्काल निलंबित किया जाएगा और उन्हें प्रशासनिक पदों से भी हटाया जाएगा।
- अन्य अधिकारियों को हटाना: डीन पीजी डॉ. केडी शर्मा, कपिल अरोड़ा, डॉ. अतुल ढींगड़ा, और डॉ. दलीप बिश्नोई को भी उनके पदों से हटाया जाएगा।
- चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर की तैनाती: चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर सुखबीर सिंह को उनकी सेवानिवृत्ति तक HAU मुख्य कैंपस से बाहर तैनात रखा जाएगा।
- छात्रवृत्ति में वृद्धि: जिस अनुपात में विद्यार्थियों की फीस बढ़ेगी, उसी हिसाब से उनकी छात्रवृत्ति (स्कॉलरशिप) भी बढ़ाई जाएगी।
- विश्वविद्यालय संशोधन रद्द: यूनिवर्सिटी के 93वें संशोधन को रद्द किया जाएगा।
- समान फीस नीति: जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) और प्रवेश परीक्षा से दाखिला लेने वाले छात्रों के लिए फीस समान होगी।
- कोई कानूनी कार्रवाई नहीं: आंदोलन में हिस्सा लेने वाले किसी भी विद्यार्थी पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जाएगी।
- छात्र प्रतिनिधि परिषद में: विश्वविद्यालय की शैक्षणिक परिषद में दो छात्र प्रतिनिधि शामिल किए जाएंगे, जिनका चुनाव विद्यार्थियों द्वारा ही किया जाएगा।https://kainchinews.in/major-development-in-hisar-student-protest-hau-students-announce-university-lockdown-on-june-26/
आंदोलन की पृष्ठभूमि:
छात्र पिछले 16 दिनों से HAU के गेट नंबर चार पर प्रदर्शन कर रहे थे, जिसमें विभिन्न प्रशासनिक अनियमितताओं, फीस वृद्धि, और कुछ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग प्रमुख थी। इस आंदोलन ने हरियाणा के राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी थी, जिसके बाद सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ा और एक कमेटी का गठन किया गया।

इस समझौते के बाद, कौल और बावल कैंपस के विद्यार्थियों के लिए भी HAU के मुख्य कैंपस वाले नियम ही लागू होंगे। एमबीए के विद्यार्थियों को भी स्कॉलरशिप दिए जाने पर सहमति बनी है, जिससे छात्रों में खुशी का माहौल है। यह समझौता छात्रों के लंबे और अथक संघर्ष की जीत मानी जा रही है।