
टीम कैंची, देहरादून: Uttarakhand Assembly के मानसून सत्र के पहले दिन विपक्ष ने सदन के भीतर ही रात बिताई। सरकार द्वारा जनहित के मुद्दों को नजरअंदाज करने और विपक्ष की मांगों पर ध्यान न देने के विरोध में कांग्रेस विधायकों ने सदन के अंदर कंबल ओढ़कर धरना दिया। देर शाम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा फोन पर धरना समाप्त करने के अनुरोध के बावजूद, विपक्ष अपनी मांगों पर अड़ा रहा। विपक्ष की प्रमुख मांगों में डीएम का ट्रांसफर, एसएसपी का निलंबन और प्रदर्शनकारियों पर दर्ज मुकदमे वापस लेना शामिल https://kainchinews.in/uttarakhand-poll-code-ends-development-work-to-resume/है।
विपक्ष ने जारी किए सदन के भीतर के वीडियो
रात भर चले इस विरोध प्रदर्शन के दौरान, उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी और निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी किए। इन वीडियो में विपक्षी विधायक कंबल ओढ़े बैठे और लेटे हुए नजर आए। भुवन कापड़ी ने सदन में तोड़फोड़ के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि भाजपा सरकार मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सदन के भीतर सब कुछ शांतिपूर्ण है।
कांग्रेस का कहना है कि सरकार भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और राज्य की खराब कानून व्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस से बच रही है। यह धरना इस बात का संकेत है कि विपक्ष इन मुद्दों पर सरकार को आसानी से बख्शने वाला नहीं है। यह घटना उत्तराखंड की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकती है, जहाँ विपक्ष अपनी बात मनवाने के लिए सदन की कार्यवाही को बाधित करने के बजाय इस तरह के रचनात्मक विरोध प्रदर्शन का सहारा ले रहा है।