
कैंची न्यूज, काठमांडू: Nepal का राजनीतिक संकट लगातार गहराता जा रहा है, और देश में हिंसक विरोध-प्रदर्शनों की आग फैल चुकी है। Nepal स्थिति को नियंत्रित करने के लिए नेपाल सेना ने मंगलवार रात 10 बजे से सुरक्षा अभियानों की कमान संभाल ली है, और पूरे देश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
Nepal में राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है। विशेष रूप से, उन्होंने जेन-ज़ी (Gen Z) प्रदर्शनकारियों से देश में शांति और लोकतंत्र बनाए रखने के लिए सहयोग करने का आग्रह किया है।
हिंसा और तोड़फोड़ का तांडव
काठमांडू के अलावा देश के अन्य हिस्सों में भी हिंसा की खबरें आ रही हैं। रुपन्देही जिले में उपद्रवियों ने कई सरकारी दफ्तरों और अदालतों में आग लगा दी। इसमें बुटवल हाई कोर्ट, भैरहवा जिला अदालत और सिराहा कोर्ट में रखे गए महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर राख हो गए। भैरहवा के गौतम बुद्ध इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर खड़े वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया, जिसमें पांच कारें और दो मोटरसाइकिलें पूरी तरह से नष्ट हो गईं।

काठमांडू में मंगलवार को हुए संघर्षों में तीन प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई, जिससे जेन-ज़ेड आंदोलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। इनमें से 22 मौतें राजधानी काठमांडू में और 2 ईटहरी में हुई हैं। नेपाली संसद, राष्ट्रपति आवास और पूर्व प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली के घरों को भी प्रदर्शनकारियों ने फूंक दिया है, जबकि वित्त मंत्री पर हमला कर उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर मारा गया।
Gen Z ने हिंसा से झाड़ा पल्ला
प्रदर्शनों के हिंसक रूप अख्तियार करने के बाद, जेन-ज़ी प्रदर्शनकारियों ने इन तोड़फोड़ की घटनाओं से अपना पल्ला झाड़ लिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि इन विनाशकारी कृत्यों के लिए वे जिम्मेदार नहीं हैं। बुधवार सुबह जेन-ज़ी ने एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है, जिसमें वे आगे की रणनीति पर विचार करेंगे।
नेपाल में 26 उपद्रवी गिरफ्तार
नेपाल सेना ने राष्ट्रीय सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने के बाद उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। बुधवार को सेना ने बताया कि राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में लूटपाट और तोड़फोड़ में शामिल 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, इनमें से पांच लोग न्यू बनेशवर में बैंक लूटने के आरोप में पकड़े गए हैं, जबकि 21 अन्य को बौद्ध इलाके में हुई हिंसक घटनाओं में शामिल होने के आरोप में हिरासत में लिया गया है।
भारत ने जारी की एडवाइजरी, बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ी
नेपाल की बिगड़ती स्थिति पर भारत ने गहरी चिंता व्यक्त की है। भारत-नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने गश्त और सुरक्षा बढ़ा दी है ताकि हिंसा का असर भारतीय क्षेत्र में न फैले। भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें उन्हें फिलहाल नेपाल की यात्रा स्थगित करने की सलाह दी गई है। जो भारतीय नागरिक पहले से नेपाल में हैं, उन्हें घर से बाहर न निकलने और स्थानीय प्रशासन व काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास की सुरक्षा सलाहों का पालन करने का निर्देश दिया गया है।
आपात स्थिति में संपर्क के लिए दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं: 📞 +977 – 980 860 2881 (व्हाट्सएप कॉल उपलब्ध) 📞 +977 – 981 032 6134 (व्हाट्सएप कॉल उपलब्ध)
भारत ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और उम्मीद जताई है कि नेपाल जल्द ही शांति और स्थिरता की राह पर लौटेगा। बुधवार को नेपाल की सेना और राष्ट्रपति के बीच होने वाली बैठक में आगे की राह तय होने की उम्मीद है, जिससे इस संकट का समाधान निकल सके।
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