
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने और टिकट आरक्षण से जुड़ी परेशानियों को कम करने के लिए बड़े बदलावों की ओर अग्रसर है। रेलवे बोर्ड ने ट्रेनों के प्रस्थान से आठ घंटे पहले आरक्षण चार्ट तैयार करने का प्रस्ताव दिया है। इसके अतिरिक्त, 1 जुलाई, 2025 से केवल सत्यापित (वेरीफाइड) उपयोगकर्ता ही ऑनलाइन तत्काल टिकट बुक कर सकेंगे।https://kainchinews.in/indian-markets-brace-for-volatility-investor-concerns-mount-amid-global-cues-and-upcoming-budget/
आरक्षण चार्ट अब 8 घंटे पहले: रेलवे बोर्ड के नए प्रस्ताव के अनुसार, ट्रेनों के प्रस्थान से आठ घंटे पहले आरक्षण चार्ट तैयार कर लिया जाएगा। इसका सीधा सा मतलब है कि दोपहर 2 बजे से पहले प्रस्थान करने वाली ट्रेनों के आरक्षण चार्ट पिछली रात 9 बजे तक ही तैयार हो जाएंगे। यह कदम वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों के लिए अनिश्चितता को कम करेगा। यात्रियों को अपनी वेटिंग लिस्ट की स्थिति के बारे में पहले से जानकारी मिल जाएगी, जिससे उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए अधिक समय मिलेगा। यह विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए फायदेमंद होगा जो दूरदराज के इलाकों या बड़े शहरों के उपनगरों से लंबी दूरी की ट्रेन पकड़ने वाले हैं।

तत्काल टिकट बुकिंग में सख्ती: 1 जुलाई, 2025 से IRCTC वेबसाइट और मोबाइल ऐप के माध्यम से तत्काल टिकट बुक करने के नियमों में भी बदलाव होगा। रेलवे के मुताबिक, अब केवल ‘प्रमाणित उपयोगकर्ताओं’ (वेरीफाइड यूजर्स) को ही ऑनलाइन तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति मिलेगी। यह कदम तत्काल टिकट बुकिंग में होने वाली धांधली को रोकने और वास्तविक यात्रियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
नई पीआरएस: तेज बुकिंग की सुविधा: रेलवे बोर्ड ने बताया कि नई यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) के माध्यम से अब प्रति मिनट 1.5 लाख से अधिक टिकट बुक करना संभव होगा। यह बढ़ी हुई क्षमता लाखों यात्रियों को समय पर टिकट प्राप्त करने में मदद करेगी और बुकिंग प्रक्रिया को अधिक सुचारू बनाएगी।https://youtube.com/shorts/NtBwu6iGjYs?si=16fpcxv8TFcLn5mr
भारतीय रेलवे द्वारा किए जा रहे ये बदलाव निश्चित रूप से यात्रियों के लिए यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने और टिकट आरक्षण प्रणाली को अधिक पारदर्शी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।