
कैंची न्यूज, नैनीताल: नैनीताल में आयोजित Nanda Devi Mahotsav में रविवार को ब्रह्ममुहूर्त में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रीराम सेवक सभा द्वारा आयोजित इस भव्य मेले में मां नंदा-सुनंदा की मूर्तियों को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्राण प्रतिष्ठा कर भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया गया। सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं। हालांकि, सुबह की बारिश के कारण भक्तों की संख्या में थोड़ी कमी आई, लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही मौसम सुधरने की उम्मीद है, जिसके बाद भीड़ और बढ़ने की संभावना है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम और बलि पर प्रतिबंध
इस साल नंदा देवी महोत्सव में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्रशासन ने मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में बकरों की बलि पर प्रतिबंध लगा दिया है। बकरों को कड़ी सुरक्षा और पंजीकरण के बाद ही मंदिर तक लाया जा रहा है। पूजा-अर्चना के बाद उन्हें श्रद्धालुओं को वापस सौंप दिया जा रहा है। https://kainchinews.in/uttarakhand-high-court-double-entry-in-voter-list-can-only-be-challenged-through-election-petition/
किसी भी तरह की अप्रिय घटना या कानून-व्यवस्था की समस्या से निपटने के लिए मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी तड़के से ही मंदिर परिसर में तैनात हैं। पूरे मेले की निगरानी सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से की जा रही है।

आधी रात को हुआ मूर्ति स्थापना का कार्य
शनिवार देर रात तक मूर्तियों के निर्माण और साज-सज्जा का काम पूरा किया गया। इसके बाद उन्हें नयना देवी मंदिर में बने भव्य मंडप में स्थापित किया गया। आचार्य भगवती प्रसाद जोशी ने वैदिक विधि-विधान के साथ मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की। इस दौरान विशेष पूजा भी की गई, जिसके बाद भक्तों के लिए दर्शन शुरू हो गए। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुलिस के साथ-साथ स्काउट गाइड को भी तैनात किया गया है।