
पिथौरागढ़, – उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में सड़क दुर्घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले एक वर्ष में अलग-अलग हादसों में अब तक कुल 19 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जिससे कई परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मंगलवार को मुवानी के समीप हुए भीषण सड़क हादसे में आठ और लोगों की मौत ने इस आंकड़े को और बढ़ा दिया है, जिसने पूरे जिले को स्तब्ध कर दिया है।
जिले में पिछले एक साल में कई बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं:
- अप्रैल 2024 में चमाली मोटर मार्ग पर हुए हादसे में एक ही गाँव के चार युवाओं की मौत हो गई थी।
- अक्तूबर 2024 में कनारी पांभैं सड़क पर हुई कार दुर्घटना में तीन युवक असमय काल के गाल में समा गए।
- फरवरी 2025 में थल-डीडीहाट मोटर मार्ग पर एक कार के खाई में गिरने से दो युवकों की जान चली गई।
- इसी साल दो अलग-अलग दुर्घटनाओं में एक राजस्व उप निरीक्षक और एक डॉक्टर की भी मौत हुई।
- पिछले माह मुनस्यारी-मिलम मोटर मार्ग पर वाहन के गहरी खाई में गिरने से सात लोगों की मौत हो गई थी।https://kainchinews.in/mother-and-lover-brutally-murder-6-year-old-daughter-in-lucknow-planned-to-frame-husband/
इन हादसों के पीछे कहीं खराब सड़कें, तो कहीं ओवरलोडिंग या चालकों की लापरवाही जैसे कारण सामने आए हैं। हर बड़ी दुर्घटना के बाद प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई की बात तो कही जाती है, लेकिन कुछ समय बाद यातायात नियमों को फिर से दरकिनार कर दिया जाता है, जिसका खामियाजा आम जनता को अपनी जान देकर भुगतना पड़ता है।

विधायक और अधिकारी पहुंचे मौके पर, डीएम ने बुलाई आपात बैठक
मुवानी में हुई दुखद दुर्घटना की सूचना मिलते ही डीडीहाट विधायक बिशन सिंह चुफाल मौके पर पहुँचे और उन्होंने मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी, साथ ही घायलों का हालचाल जाना। सीएमओ डॉ. एसएस नबियाल ने भी जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों के उपचार की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने मुवानी हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और इसकी मजिस्ट्रेट जाँच के आदेश दिए हैं। उन्होंने एआरटीओ को सभी यात्री वाहनों की सघन जाँच करने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं।
दुर्घटना की गंभीरता को देखते हुए, जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने एक आपातकालीन कोर कमेटी की बैठक बुलाई। बैठक में पुलिस, परिवहन, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन सहित अन्य संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया। डीएम ने दुर्घटना के कारणों की गहन समीक्षा की और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए, जिनमें दुर्घटना स्थलों पर सुरक्षा संकेतक और साइन बोर्ड लगाना भी शामिल है। उन्होंने पीड़ित परिवारों को त्वरित सहायता प्रदान करने और सड़क सुरक्षा नियमों के व्यापक प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया। बैठक के बाद डीएम ने जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना और स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुवानी अस्पताल में मृतकों का पोस्टमार्टम शुरू
मुवानी हादसे के सभी आठ मृतकों का पोस्टमार्टम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुवानी में शुरू कर दिया गया है। जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी के निर्देश पर सीएमओ ने पोस्टमार्टम टीम को मुवानी भेजा र उचित प्रकाश व्यवस्था में पोस्टमार्टम करने को कहा। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।