
बागेश्वर : कपकोट में रविवार को मौसम बदलने सेभारी तबाही हुई। भूस्खलन के कारण दो सड़कें बंद हो गई। सरयू में शवों का अंतिम संस्कार पहुंचे लोग भी नदी में पानी आने के कारण शव छोड़कर बाहर भागे। क्षेत्र में करीब 53 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। तेज बारिश और आकाशीय बिजली गिरने के कारण जन जीवन प्रभावित होने लगा है। कपकोट-कर्मी मोटर मार्ग किमी छह में गांसू के पास बोल्डर और मलबा आने से बंद हो गया। कपकोट-पिंडारी मोटर मार्ग भी हरसिला के समीप बंद रहा। जबकि बागेश्वर नगर में मंडलसेरा में लोगों के घरों में पानी भर गया है। मलबा रास्तों में बिछने से लोगों की आवाजाही भी प्रभावित हो गई है। इसके अलावा बिजली, पानी तथा संचार सेवाएं भी पटरी से उतरने लगीं हैं।

रविवार को सुबह तीन बजे आकाशीय बिजली कड़की। जिससे लोगों के घर हिल गए। लोग तब नींद थे। वह एकाएक जागे तथा भयभीत हो उठे। झमाझम वर्षा होने लगी। लगभग छह बजे तक वर्षा हुई। उसके बाद बादल के साथ हल्का कोहरा छा गया। बागेश्वर में तीन घंटे के भीतर 16 मिमी तथा गरुड़ में सिर्फ दो मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। सबसे ज्यादा बारिश कपकोट में दर्ज की गई। सरयू नदी का जलस्तर बढ़ गया। रविवार को सरयू 865.50, गोमती 862.10 तथा बैजनाथ झील 1112.20 मिमी पर बनी हुई है। हिमालयी गांवों में हुई वर्षा के बाद बिजली, पानी तथा संचार सेवाएं प्रभावित हो गईं हैं। भूस्खलन के बाद फंसे वाहनों को निकाला कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया।https://kainchinews.in/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%96%e0%a4%82%e0%a4%a1-%e0%a4%aa%e0%a4%82%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%a4-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b5-2025-%e0%a4%ae/
सरयू नदी में बढ़ा पानी जले शव छोड़कर भागे लोग
रविवार को सरयू नदी का जलस्तर बढ़ गया। संगम पर दो शव जल रहे थे। अंतिम संस्कार में आए लोग भी वहां बड़ी संख्या में खड़े थे। एकाएक नदी का जलस्तर बढ़ने लगा। शवों के बहने की संभावना तेज हो गई। अंतिम संस्कार में आए लोगों ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई। उन्होंने शवदाह केंद्र पर पानी कम होने का इंतजार किया। हालांकि पानी का वेग कम होने से शव बहने से बच गए।